Bitcoin Dominance
CRYPTO MARKET में आपने अक्सर सुना होगा की BITCOIN DOMINANCE नीचे जा रहा है और ऑल्ट कॉइन की कीमत में तेज़ी आने वाली है।इस आर्टिकल में आपको समझाने की कोशिश करते हैं की BITCOIN DOMINANCE होता क्या है?
क्रिप्टो की शुरुआत में सिर्फ BITCOIN ही बाजार में था और शुरू की क्रिप्टो एक्सचेंज में BITCOIN का लेनदेन स्थानीय मुद्रा यानि की डॉलर से ही किया जाता था।धीरे धीरे बाजार में कुछ और क्रिप्टो कॉइन आने लगे और एथेरियम ने स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट के द्वारा टोकन को बनाना और आसान बना दिया।अब बाजार में सिर्फ BITCOIN की ही एक मात्र सत्ता नहीं रह गयी बल्कि ऑल्ट कॉइन का बाजार भी बहुत ज्यादा बढ़ गया।लोग BITCOIN से निकल कर पैसे को ऑल्ट में भी ले जाने लगे।
CRYPTO MARKET में आज लोगों का जितना भी निवेश है,वह दो हिस्सों में हैं।एक हिस्सा BITCOIN बाजार में और बाकि ऑल्ट कॉइन बाजार में।कॉइन मार्किट में जितना भी पैसा है इसे “कॉइन मार्किट कैपिटल” कहते हैं।अब आप BITCOIN DOMINANCE को आसान भाषा में समझिए।मान लेते हैं की कॉइन बाजार का कुल कैपिटल 100 मिलियन डॉलर है।इस 100 मिलियन डॉलर में 60% हिस्सा BITCOIN का है और बाकि 40% ऑल्ट कॉइन में है।इस हिसाब से BITCOIN का DOMINANCE हुआ 60%।यह तरीका है BITCOIN के DOMINANCE को निकालने का।
अब बात करते हैं की BITCOIN DOMINANCE बढ़ने या घटने से हमें क्या पता चलता है बाजार के बारे में?बाजार में जीतना भी निवेश है वह या तो एक कॉइन से दूसरे कॉइन में जा रहा है या फिर बाजार में नया निवेश आ रहा है।अगर बाजार में नया निवेश आएगा तो कुल मार्किट कैपिटल बढ़ने लगेगा।अगर BITCOIN में निवेश ज्यादा आएगा तो BITCOIN का डोमिनेस बढ़ेगा और अगर BITCOIN से पैसा निकल कर बाजार से बहार जाएगा या ऑल्ट में जाएगा तो BITCOIN का DOMINANCE निचे आएगा।ट्रेडर्स और निवेशक यह देखते हैं की अगर BITCOIN का DOMINANCE बढ़ रहा है तो यह साफ है की बाजार का पैसा या ऑल्ट का पैसा BITCOIN में जा रहा है।अगर BITCOIN से पैसा निकल कर ऑल्ट में जा रहा है तो BITCOIN का डोमिनेस निचे आएगा और पैसा ऑल्ट में आएगा तो ऑल्ट कॉइन की कीमत ऊपर जाना शुरू होगी।
क्योंकि BITCOIN के DOMINANCE का सीधा सम्बन्ध BITCOIN में निवेश आने या BITCOIN से निवेश निकल कर ऑल्ट में जाने से है इसलिए,जब भी BITCOIN का DOMINANCE नीचे जाता है तो ऑल्ट कॉइन की कीमत में उछाल आता है।ट्रेडर्स और निवेशक इस एक आधार पर यह फैसला लेते हैं की उन्हें कब ऑल्ट बाजार में निवेश करना है?यह जरुरी नहीं है की DOMINANCE नीचे जाए तो बाजार के सभी ऑल्ट ऊपर जाएंगे।अगर हम ऑल्ट बाजार की बात करें तो कुल ऑल्ट बाजार का एक बहुत बड़ा हिस्सा ईथर में होता है और ईथर BITCOIN के साथ साथ ऊपर या नीचेे जाता है।इस लिए ऑल्ट कॉइन जब ऊपर जाते हैं तो ईथर नीचे ही रहता है।यह जरुरी नहीं है की BITCOIN DOMINANCE कम हो रहा है तो ऑल्ट ऊपर ही जाएंगे।कई बार BITCOIN से निवेशक पैसे को बहार निकालते हैं।इस कारण कॉइन मार्किट का कुल कैपिटल नीचे जाता है लेकिन यह पैसा क्योंकि ऑल्ट में नहीं आ रहा इस लिए ऑल्ट की कीमत पर कोई असर नहीं पडता।
BITCOIN डोमिनेस को देखते समय आपको यह भी देखना पढ़ता है कि कॉइन मार्किट कैपिटल तो नीचे नहीं जा रहा।अगर BITCOIN DOMINANCE नीचे आ रहा है लेकिन कॉइन मार्किट कैपिटल में कोई बदलाव नहीं आ रहा या यह बढ़ रहा है तो आप ऑल्ट बाजार में तेज़ी देख सकते हैं।BITCOIN DOMINANCE को आप कॉइनमार्किटकैप या ट्रेडिंगव्यू पर देख सकते हैं।इस समय BITCOIN DOMINANCE 66% के करीब चल रहा है,अगर यह नीचे आता है और कॉइन मार्किट कैपिटल में कमी नहीं आती या कैपिटल भी बढ़ता है तो ऑल्ट बाजार में तेज़ी देखी जा सकती है।
यह है आसान तरीका BITCOIN DOMINANCE को समझने का।हमें उम्मीद है आपको यह जानकारी पसंद आई होगी।इस विषय में आप का कोई प्रश्न हो तो आप हमे कमेंट कर सकते हैं या ईमेल कर सकते हैं।